1950 में एक जापानी फिल्म बनी थी – रशोमोन, इस फिल्म को बनाया था अकीरा कुरोसावा ने। इस फिल्म के किरदारों के साथ अलग-अलग घटना घटती है जीस्के कई वर्ज़न होते हैं, ये वर्ज़न आपस में मेल नहीं कहते इस लिए सच हो पहचानन काफी मुश्किल होता है। तो रशोमोन फिल्म की लोकप्रियता ऐसी बढ़ी कि एक शब्द का ईजाद हुआ रशोमोन इफेक्ट। इस इफेक्ट पर कई फिल्में बनी हैं जिसमें से एक ताज़ा तरीन फिल्म है धोखा: राउंड द कॉर्नर। इस लेख में धोखा: राउंड द कॉर्नर फिल्म का रिव्यू देंगे सरल भाषा में। Scroll down to read Dhokha: Round The Corner Review In Hindi.
धोखा: राउंड द कॉर्नर फिल्म की कास्ट एवं क्रू
कलाकार – आर माधवन, खुशाली कुमार, अपारशक्ति खुराना, दर्शन कुमार।
निर्देशक – कुकी गुलाटी
लेखक – कुकी गुलाटी
निर्माता – टी-सीरीज़
रिलीज – 23 सितंबर 2022, सिनेमा घरों में
धोखा: राउंड द कॉर्नर फिल्म की कहानी
फिल्म में यथार्थ (आर.माधवन) और सांची (खुशाली कुमार) कपल हैं। कुछ समय से इनकी शादीशुदा ज़िंदगी अच्छी नहीं चल रही है। तभी एक दिन उनके घर एक फरार हक गुल नाम का आतंकी पहुंच जाता है। घर पर अकेली सांची को वो बंधक बना लेता है। न्यूज़ पर ‘पूछता है भारत’ चल रहा होता है और उसी न्यूज़ से यथार्थ को पता चलता है कि उसकी बीवी मुसीबत में है। या फिर शायद नहीं। क्योंकि वो अपनी बिल्डिंग के बाहर तैनात पुलिस को कुछ और कहानी बताता है। सांची खुद भी खतरा है और खतरे में भी है। पुलिस क्या करेगी, कौन सच बोल रहा है या नहीं, आतंकी इनके घर में ही क्यों आकर घुसा, आगे पूरी फिल्म यही पता करने की कोशिश करती है।
धोखा: राउंड द कॉर्नर फिल्म रिव्यू | Dhokha: Round The Corner Film Review in Hindi
धोखा: राउंड द कॉर्नर फिल्म के रिव्यू निम्नलिखित है। Film Dhokha: Round The Corner Film Review in Hindi is as follows.
ऐक्टिंग
इस फिल्म में अभिनेता लोग तो अच्छे हैं, जाहिर सी बात है कि ऐक्टिंग भी अच्छी ही होगी। आर.माधवन ने अच्छा ऐक्टिंग किया है, इमोशन के साथ सही खेले हैं। वही खुशाली कुमार की ये पहली फिल्म है और ऐक्टिंग ठीक-ठाक ही है। अपारशक्ति खुराना और दर्शन कुमार अच्छी ऐक्टिंग के लिए जाने जाते हैं और इन्होंने अपनी ड्यूटी अच्छी निभाई भी है।
डायरेक्शन एवं लेखन
फिल्म को लिखा और निर्देशन किया है कुकी गुलाटी ने डायरेक्शन तो ठीक है कहानी थोड़ी पेचीदा है, सस्पेन्स थ्रिलर तो है लेकिन खुशाली के डायलॉग अच्छे नहीं हैं। फिल्म की कहानी थोड़ी और अच्छी हो सकती थी – कहानी पहले ही गेस किया जा सकता है। कहानी थोड़ी स्लो भी चलती है। फिल्म की कहानी ने पैर जमाने के लिए भी करीब 1 घंटा ले लिया और असल मज़ा सेकंड हाफ में ही आता है। फिल्म दर्शकों को इक्साइट नहीं करती, शायद कहानी में कोई कमी थी जिसके कारण डायरेक्टर कमाल नहीं दिखा पाया या शायद डायरेक्शन में कोई कमी रह गई जिससे फिल्म कमजोर नजर आती है।
तकनीकी पक्ष
तकनीकी पक्ष की बात करें तो कैमरा और बैकग्राउंड का इस्तेमाल काफी सही हुआ है। संगीत कोई खास नहीं है लेकिन फिल्म के हिसाब से काफी है। एडिटिंग सीधा-सादा शार्प है। तकनीकी पक्ष से इस फिल्म को जज नहीं किया जा सकता।
धोखा: राउंड द कॉर्नर फिल्म कितने स्टार्स ?
फिल्म बहुत अच्छी तो नहीं है लेकिन फिल्म बहुत बेकार भी नहीं है। अगर कहानी अच्छी होती तो फिल्म को और अच्छी फिल्म रेटिंग मिल सकती थी। फिल्म में ऐक्टिंग, डायरेक्शन और तकनीकी पक्ष को ध्यान में रखते हुए हम धोखा: राउंड द कॉर्नर फिल्म को 3 स्टार्स देंगे।
हमारी राय
धोखा: राउंड द कॉर्नर फिल्म एक ठीक-ठाक कहानी लेके आई है। फिल्म में सबने काफी ठीक परफॉरमेंस दी है इसलिए ये फिल्म एक बार देखी जा सकती है। तो ये था फिल्म धोखा: राउंड द कॉर्नर का हिन्दी रिव्यू आपकी क्या राय है हमें कमेन्ट करके बताएं। ऐसी ही और खबर पढ़ने के लिए हमारी वेबसाईट देखें और हुमसे जुड़े रहने के लिए सोशल मीडिया पर हमें फॉलो करें – फेस्बुक | ट्विटर | इंस्टाग्राम और विडिओज़ लिए हमारा यूट्यूब चैनल है सबस्क्राइब करलो। हम हैं खबरज़ादे हमारा अंदाज़ निराला है।